लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) आज इस दुनिया को छोड़ हमेशा के लिए दूसरी दुनिया में चली गई। उनके निधन से पूरा बॉलीवुड गमगीन है। ऐसे में लता मंगेशकर से जुड़ा एक किस्सा सुर्खियों में है। जिसे खुद उदित नारायण (Udit Narayan) ने द कपिल शर्मा शो में सुनाया था। तो चलिए जानते हैं आखिर क्या हुआ दिलवाले दुल्हानियां ले जाएंगे फिल्म का गाना रिकार्ड करने के दौरान।

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जब महज 13 साल की थी तभी से उन्होंने काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने करियर में विभिन्न भाषाओं में करीब 30 हजार से ज्यादा गाने रिकार्ड किए। लता मंगेशकर एवं उदित नारायण ने एकसाथ बॉलीवुड फिल्मों के लिए कई गीत गाए हैं। ऐसे में जब एक बार उदित नारायण द कपिल शर्मा शो पहुंचे थे। तो उन्होंने लता दीदी से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। उदित जी बताते है कि लता मंगेशकर बेहद मजाकियां थी। उनके साथ काम करने में बड़ा मजा आता था।
उदित नारायण (Udit Narayan) बताते है कि जब हम दिलवाले दुल्हानियां फिल्म का गाना स्टूडियों में रिकार्ड कर रहे थे। तब वहां लता दीदी नहीं थी। जैसे ही गाना न जाने मेरे दिल को क्या हुआ रिकार्ड करना शुरू किया, गाने की दो लाइनें हो गई थी। इतने में मैने स्टूडियो के ग्लास देखा कि लता दीदी आ गई। लता जी को देखकर मेरी बोलती बंद हो गई। मैं भागकर लता दीदी के पास पहुंचा। और कहा आप जब तक स्टूडियों में रहेगी मैं गाना नहीं गा पाउंगा। तो लता जी कहती हैं। नहीं आज तुम्हें मेरे सामने गाना होगा। मैं जानबूझकर आई हूं ताकि तुम्हारा गाना सुन सकूं। मैं यहीं बैठी रहूंगी और तुम्हें गाना पड़ेगा।
आगे उदित (Udit Narayan) जी बताते है कि यही सब बातें हो रही थी। इतने में यशजी आ गए। उन्होंने कहा कि लंच टाइम हो गया है। खाना आया, हम सबने खाना खाया। इस दौरान लता (Lata Mangeshkar) जी ने इतना हंसाया कि मेरे अंदर कि पूरी झिझक समाप्त हो गई। फिर मैंने लता दीदी से कहा कि आप यहीं बैठिए। मैं गाना रिकार्ड करता हूं। क्योंकि मैं आपके साथ नहीं गा पाउंगा। उदित जी बताते हैं कि लता जी वहीं बैठी रही और मेरा पूरा गाना सुना।
बताते चले कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जी का जन्म 28 नवम्बर 1929 में हुआ था। 6 फरवरी 2022 को वह हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़ चली गई। लता जी को बेहतरीन गायकी के लिए हमेशा याद किया जाएगा। लता जी भले ही इस दुनिया को छोड़कर चली गई हो। लेकिन उनकी आवाज हमेशा लोगों के दिलों दिमाग में बसी रहेंगी। लता जी का हिन्दी सिनेमा में विशेष योगदान रहा है। जिसके लिए उन्हें कई अवार्डो से नवाजा गया। बेहतरीन आवाज की धनी लता जी को बॉलीवुड में स्वर कोकिला नाम से पुकारा जाता था। लता जी भले ही इस दुनिया को छोड़ चली गई हो, लेकिन उनकी मधुर आवाज हिन्दी सिनेमा में हमेशा गूंजती रहेगी।