Tortoise Ring Benefits : मान्यता है कि कुछए की अंगूठी धारण करने से मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं। इसे धारण करने से व्यक्ति का सोया भाग्य जाग उठता है और धन का आगमन कई स्त्रोतों से होता हैं।
वर्तमान समय में कछुए की अंगूठी का चलन बड़ी तेजी से बढ़ा हैं। ज्यादातर लोगों को आपने हाथों में कछुए की अंगूठी धारण किए हुए देखा होगा। वास्तु शास्त्र में इस अंगूठी के कई लाभ बताए गए हैं। मान्यता है कि इस अंगूठी को धारण करने से व्यक्ति का भाग्य खुल जाता है। इस अंगूठी का सीधे तौर पर संबंध मां लक्ष्मी से होता है। जो भी इस अंगूठी को धारण करता है मां लक्ष्मी की कृपा उस पर बनी रहती है। ऐसे में इस अंगूठी को धारण करना सही नियम क्या है चलिए जानते हैं।
ऐसी मान्यता है कि जीवन में जिन लोगों के सुख सुविधाओं का आभाव हो, पैसे की कमी हो उन्हें कछुए की अंगूठी धारण करने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है। कछुए को शास्त्रों में भगवान विष्णु का कच्छप अवतार स्वरूप माना गया है। कछुए की अंगूठी धारण करने से आत्मविश्वा में वृद्धि व सकारात्मक उर्जा का संचार होता है।
अंगूठी धारण करने से पहले ले सलाह
ज्योतिषविद्ों की माने तो कछुए की अंगूठी मेष, कर्क, वृश्चिक व मीन राशि वालों को बिना ज्योतिष के सलाह के धारण नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि बगैर सलाह के कछुएं की अंगूठी धारण करने से ग्रह दोष के शिकार हो सकते हैं।
अंगूठी धारण करने की सही विधि
कछुए की अंगूठी खरीदना शुक्रवार के दिन को सबसे शुभ माना गया है। इस दिन अंगूठी खरीदे और उसे घर लाकर मां लक्ष्मी की तस्वीर के समक्ष रख दें। तदुपरांत अंगूठी को दूध, पानी के मिश्रण से धुले और फिर उसे गंगाजल से अभिषिक्त करें। अंत में अगरबत्ती दिखाते हुए मां लक्ष्मी के मंत्र का 108 बार जाप करें और इसे धारण कर लें।
इन बातों का रखे ध्यान
कछुए की अंगूठी धारण करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि उसका चेहरा हमेशा आपकी तरफ होना चाहिए। ऐसा करने से धन आकर्षित होता है। यदि अंगूठी का मुख बाहर की तरफ होगा तो धन आने की बजाय धन जाने के अधिक आसार रहेंगे। कछुए की अंगूठी को हमेशा सीधे हाथ की बीच वाली उंगली या फिर अंगूठी के पास वाली तर्जनी उंगली में धारण करना चाहिए। इस अंगूठी को शुक्रवार के ही दिन धारण करना सबसे अधिक फल देता है।