Village Business Idea : बिजनेस ऐसा हो, जिसकी ज्यादा देखरेख की जरूरत न हो। न ही इसके खराब होने का डर हो। मुनाफा बिजनेस से सालों साल मिलें। यदि आपकी नजर में ऐसा कोई बिजनेस नहीं है तो हम आपको आज एक ऐसा ही बिजनेस बताएगे। जिसकी देखभाल न के बराबर है। इसके खराब होने का डर भी नहीं है। इस बिजनेस में खास बात यह है कि सरकार इसे शुरू करने पर 50 फीसदी की सब्सिडी देती है।

क्या है बिजनेस
जिस बिजनेस की हम बात कर रहे हैं वह है बांस की खेती का (Bamboo Farming Business idea)। जिसे मप्र सरकार बढ़ावा दे रही है। इस बिजनेस में खास बात यह है कि इससे सालो साल मुनाफा कमाया जा सकता है। बांस की खेती को विशेषज्ञ हरा सोना कहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह किसी भी मौसम में खराब नहीं होता है। यह सबसे अधिक मुनाफे वाली खेती है। जिसकी ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं है।
बांस की खेती में लागत
बांस की खेती (Bamboo Farming Business idea) एक लम्बी अवधि का मुनाफा देने वाली खेती हैं। बीते दिनों प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को अधिक मात्रा में बांस की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाए। जिससे किसान इसकी खेती करके आर्थिक रूप से समृद्ध बन सके। यदि कोई किसान बांस की खेती एक हेक्टेयर में करता है तो 625 पौधे वह लगा सकता है। बांस का प्रति पौधा 240 रूपए में पड़ता है। जिसमें सरकार द्वारा 120 रूपए की सब्सिडी दी जाती है।
बांस की 136 हैं प्रजातियां
कृषि विशेषज्ञ विनोद आनंद ने बांस की खेती के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बांस की कुल 136 प्रजातियां मौजूद हैं। लेकिन 10 से 12 ही प्रजातियां सबसे ज्यादा प्रचलित है। ऐसे में किसान भाई अपनी सुविधानुसार प्रजातियों का चयन करके इसकी खेती से जुड़कर सालों साल तगड़ा मुनाफा ले सकते हैं।
बांस का उपयोग
बांस का उपयोग आज विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। घर निर्माण से लेकर छोटे-छोटे कार्यो में बांस बेहद उपयोगी है। गांव हो या शहर हर जगह बांस की खासी डिमाण्ड है। गांव में बाड़ा बनाना हो या घर। शहर में भी घर निर्माण में बांस की लकड़ियों का बड़े पैमाने में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा बांस से कई तरह के प्रोडक्ट तैयार किए जा सकते है। जिससे यह साफ है कि आने वाले समय में बांस की उपयोगिता कम होने की बजाय बढ़नी ही है। ऐसे में खाली पड़ी जमीन में बांस की खेती लाभ का धंधा साबित हो सकती है।