हर हाथ में ढेर सारी रेखाएं होती हैं। सभी रेखा के अपने-अपने अलग मतलब हैं। जिन्हें हस्त रेखा शास्त्र की मदद से जाना जा सकता है। हस्त रेखा शास्त्र में एक ऐसी ही रेखा का जिक्र किया गया है। जिसे लेकर कहा गया है कि जिस व्यक्ति के हाथ में इस तरह की रेखा होती है उसे जीवन में हर तरह की सुख-सुविधाएं मिलती है। तो चलिए जानते हैं आखिर कौन सी है वह रेखा। जिसके होने से क्या लाभ मिलता है।

मीडिया रिपोर्ट की माने तो हस्तरेखा विज्ञान में केतु को महत्वपूर्ण पर्वत माना गया है। केतु पर्वत व्यक्ति के जीवन की पूर्ण व सटीक भविष्यवाणी करता है। हस्तरेखा विज्ञान की माने तो जिस व्यक्ति के हाथ में केतु पर्वत पूरी तरह से विकसित है एवं साथ में भाग्य रेखा भी स्पष्ट है तो वह अपने जीवन में हर तरह के सुखों का भोग करता है। वह व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में मान-सम्मान भी पाता है। ऐसे लोगों को जीवन में खूब तरक्की मिलती है। इन लोगों का जन्म भले ही गरीब घर में हुआ हो, लेकिन ऐसे लोग जीवन में अत्यधिक ऊंचाइयों को पाने में सफल होते हैं।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार जिस हाथ में केतु पर्वत मणिबंध के ऊपर व शुक्र एवं चंद्र पर्वत के बीच में स्थित होता है। इसके अलावा जिन लोगों के हाथ में केतु पर्वत अच्छी तरह से विकसित होता है ऐसे व्यक्ति अपने जीवन में सुविधा संपन्न और धनवान होते हैं। भौतिक उन्नति के मामले में ऐसे जातक बहुत ही उच्चकोटि के होते हैं। जानकारों की माने तो व्यक्ति के जीवन में केतु का प्रभाव पांच से 20 वर्ष तक रहता है। तो वहीं दूसरी तरफ यदि केतु पर्वत दबा हुआ और बेहद कमजोर स्थिति में है तो ऐसा व्यक्ति जीवन में बहुत कम तरक्की कर पाता है। ऐसा व्यक्ति अपने जीवन का अधिकांश समय गरीबी में ही काटता है। जिन हाथों में केतु पर्वत पर क्रॉस का निशान होता है व्यक्ति के बचपन में अत्यधिक बीमार रहने तथा पढ़ाई में बाधा आने आदि की निशानी को बयां करता है।