Small Business Idea : यदि आप खेती के जरिए तगड़ी कमाई करना चाहते है तो तुलसी की खेती आपको अवश्य करनी चाहिए। क्योंकि तुलसी ऐसा पौधा है जिसकी जड़, तना, फूल, पत्ती व बीज बेहद उपयोगी है। तुलसी वैसे भी औषधीय गुणों से भरपूर है। कोविड-19 के दौर में इसकी मांग काफी बढ़ गई थी।
तुलसी का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में भी खूब किया जाता है। तुलसी की खेती (Basil Farming) में अच्छी बात यह है कि इसमें ज्यादा निवेश की जरूरत नहीं है। यह ऐसी फसल है जो तीन महीने में तैयार हो जाती है। तुलसी की खेती में कम मेहनत की जरूरत होती है। आयुर्वेदिक दवाएं तैयार करने वाले कंपनियां तुलसी को कांट्रेक्ट फार्मिंग भी करवा रही हैं।

ऐसे की जाती है तुलसी की खेती
तुलसी की खेतों (Basil Farming) में रोपाई करने के लिए किसी भी सरकारी रजिस्टर्ड नर्सरी से उन्नत किस्त के पौधे लिए जा सकते हैं। तुलसी की रोपाई के लिए अप्रैल का महीना सबसे उपयुक्त माना गया है। देशभर में कई ऐसी कंपनियां है जो तुलसी की कांट्रेक्ट फार्मिंग कराती है। जिस पर वह पौधे स्वयं किसानों को उपलब्ध करवाती हैं। तुलसी की रोपाई मेड़ व समतल जमीन में की जाती है। मेड़ में पौधे रोपित करने से फायदा यह मिलता है कि पानी की बचत होती है। मेड़ में तुलसी के पौधे रोपित करने के लिए पौधों से पौंधों की दूरी दो फिट रखें। तुलसी की रोपाई सूखी जमीन की की जाती है। इस वजह से पौधे रोपने के तुरंत बाद पहली सिंचाई कर देनी चाहिए। एक साल में तुलसी को 10 से 12 पानी की आवश्यकता होती है।
इतने दिन में हो जाती है तैयार
तुलसी के पौधे (Basil Farming) रोपाई के बाद तकरीबन 3 माह में कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। तुलसी की कटाई पौधों में फूल आने व नीचे के पत्ते सूखने के बाद कटाई की जाती है। कटे हुए पौधों से तेल निकालने का कार्य किया जाता है। रिपोर्ट की माने तो एक हेक्टेयर में यदि तुलसी की खेती की जाए तो 20 से 25 टन की पैदावार मिलती है। कई ऐसी कंपनियां है जो पत्ते व शाखाओं को अलग-अलग खरीदती हैं। तो वहीं कई कंपनियां तेल के लिए सारे पौधे खरीद लेती हैं।
तुलसी के पौधो को जड़ से नहीं बल्कि उपरी हिस्से से काटा जाता है। इस वजह से एक बार तुलसी रोपित करने से 3 साल तक लगातार पैदावार मिलती रहती हैं। उपरी भाग से काटने की वजह से दोबारा से फुटाव होता है। हालांकि सर्दियों के मौसम में पाला की वजह से तुलसी की ग्रोथ धीमी हो जाती है। ऐसे में सर्दी का मौसम तुलसी के लिए अच्छा नहीं माना गया है।

ऐसे होगी कमाई
रिपोर्ट की माने तो एक एकड़ में तुलसी की खेती (Basil Farming) के लिए 20 हजार रूपए तक की लागत आती है। एक बार तुलसी रोपित करने के बाद 3 साल तक पैदावार व मुनाफा लिया जा सकता है। तुलसी की खेती से जुड़े किसानों का कहना है कि साल वह 3 लाख रूपए तक का कमाई कर लेते हैं। लेकिन यदि कोई किसान तुलसी की प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर वैल्यू एडीशन करके अपना माल सेल करे तो आमदनी और बढ़ जाती हैं।
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