इन दिनों जिलेभर में कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है। इस ठण्ड का असर खेती किसानी में भी देखने को मिल रहा है। लिहाजा कृषि वैज्ञानिकों ने पाला से फसलों को बचाने के लिए सलाह दिए हैं।
जिले में पिछले चार दिनों से शीत लहर का प्रकोप है। तापमान में गिरावट तथा कोहरा छाने से मौसम में लगातार परिवर्तन हो रहा है। तापमान में गिरावट से फसलों में शीतलहर के प्रकोप की भी आशंका है। इसे ध्यान में रखते हुए उप संचालक कृषि यूपी बागरी ने किसानों को फसलों को पाले के प्रकोप से बचाने के लिए सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि तापमान में गिरावट का सर्वाधिक असर दलहनी, तिलहनी तथा सब्जी की फसलों में होता है।
फसलों को पाले से बचाने के लिए सिंचाई कारगर साधन है। अच्छी नमी रहने पर फसल में पाले का प्रकोप नहीं होगा। पाले से बचाव के लिए किसान भाई रात्रि में 12 से 2 बजे के बीच मेड़ों पर कचरे को जलाकर धुआं करें। पाले से बचाव के लिये फसलों पर सल्फर का 0.1 प्रतिशत घोल बनाकर छिड़काव करें। इससे फसलों पर पाला का प्रभाव कम हो जाता है। उप संचालक कृषि ने पौधशाला के पौधों एवं क्षेत्र वाले उद्यानों व नगदी सब्जी वाली फसलों को टाट अथवा पालीथिन अथवा भूसे से ढ़कने का सुझाव भी दिया है।
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