Monday, May 29, 2023
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Kheti-Kisani : किसानो के लिए बड़ी खुशखबरी सरकार दे रही 35 हजार रूपए प्रति एकड़ ऐसे उठाये लाभ

Kheti-Kisani : किसानो के लिए बड़ी खुशखबरी सरकार दे रही 35 हजार रूपए प्रति एकड़ ऐसे उठाये लाभ हरियाणा सरकार ने हरियाणा वालो के लिए फिर लायी है खुसियो की सौगात हरियाणा सरकार के द्वारा किसानों को लो टनल की खेती करने के लिए 50% अनुदान दिया जा रहा है। योजना रंग दिखा रही है जिला में दूसरी फसलों को छोड़कर इस बार किसान 1000 टनल फार्मिंग की खेती कर रहे हैं। पलवल जिले के किसान अब धान व गेहूं जैसी पारंपरिक खेती से अलग हटकर बागवानी की नकदी फसल उगाने में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं। किसान अब लो टनल फार्मिंग के द्वारा सब्जियों की खेती करने लगे है। लो टनल फार्मिंग कम लागत और मेहनत में अधिक फायदा दे रही है। लो टनल फार्मिंग से 80 फीसद पानी की बचत होती है और फसलों को नुकसान भी नहीं होता।

Kheti-Kisani : किसानो के लिए बड़ी खुशखबरी सरकार दे रही 35 हजार रूपए प्रति एकड़ ऐसे उठाये लाभ

किसानो के लिए बड़ी खुशखबरी सरकार दे रही 35 हजार रूपए प्रति एकड़ ऐसे उठाये लाभ प्लास्टिक लो-टनल एक से तीन महीने के लिए सब्जियों के ऊपर बनाई जाने वाली अस्थाई संरचना है। यह देखने में एक दम गुफा जैसे लगती है ये देखने में थोड़ी अजीब लगाती है क्योकि इसमें पूरी तरह से प्लास्टिक की रोलिंग होती है जिस की वजह से ये देखने में एक डैम अलग सी लगाती है लो -टनल संरचना को बनाने के लिए दो से तीन मीटर लंबी और एक सेमी मोटी जीआई लोहे की तार को अर्ध गोलाकार एक से डेढ़ मीटर चौड़े बेड पर दो मीटर की दूरी पर गाढ़ा जाता है। बने टनल के ऊपर 25-30 माइक्रोन की पारदर्शी पॉलीथीन सीट से पूरी तरह से ढक दिया जाता है। इस प्रकार ढाई से तीन फीट ऊंचाई की टनल बनकर तैयार हो जाती है। यह इसकी पूरी जानकारी है बनाने की और आप भी इस तरह से अपने खेत में करवा सकते है

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Kheti-Kisani : प्लास्टिक लो-टनल इन वर्गीय सब्जियों के लिए किया जाता है

प्लास्टिक लो-टनल मैदानी क्षेत्रों में लौकी, करेला, तोरई, खीरा, वर्गीय सभी सब्जियों की अगेती खेती को बढ़ावा देने के लिए अपनाई जाती है। लो टनल तकनीक अपनाना लाभकारी है। बेमौसम की सब्जियों के उत्पादन के लिए यह तकनीक बहुत उपयोगी है। फसल में रोग और कीट लगने की आशंका कम रहती है। इस संरक्षित खेती से उगाए गए फल, फूल और सब्जियों के उत्पादन व दूसरे कृषि कार्यों को वैज्ञानिक तरीके से सम्पन्न किया जाता है। शिक्षित युवाओं और युवतियों के लिए रोजगार सृजन की अपार संभावनाएं हैं। बीज रोपने के बाद क्यारियों के ऊपर प्लास्टिक से इसे तैयार किया जाता है, जिससे फसल भी जल्दी तैयार होता है।

Kheti-Kisani : किसानो के लिए बड़ी खुशखबरी सरकार दे रही 35 हजार रूपए प्रति एकड़ ऐसे उठाये लाभ

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Kheti-Kisani : किसानो के लिए बड़ी खुशखबरी सरकार दे रही 35 हजार रूपए प्रति एकड़ ऐसे उठाये लाभ अगेती या बेमौसम की सब्जियों की खेती में इस विधि से तैयार फसलों का सबसे अधिक लाभ यह है कि किसान को मार्केट में अपनी उपज का अधिक मूल्य मिलता है। बागवानी विभाग द्वारा किसानों का लो टनल की फार्मिंग करने के लिए 35 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान राशि प्रदान की जाती है। गांव धतीर के किसान महेंद्र ने बताया कि 5 एकड़ में लो टनल फार्मिंग की जा रही है। बागवानी की सब्जियों में करेला, पेठा, तोरई की बुवाई की गई है। सरकार द्वारा लो टनल फार्मिंग करने पर अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसान परंपरागत खेती को छोड़कर अब लो टनल फार्मिंग करने लगे हैं।

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