Desi jugaad : गरीब घर के लाल ने पुरानी मोटरसाइकिल और कबाड़ स्कूटर के पार्ट्स के जुगाड़ से बना डाला मिनी ट्रैक्टर , देखे ये अनोखा अविष्कार भारत देस की बात की जाए तो यह एक से बढ़ कर एक जुगाड़ बनाने में माहिर है और कई ऐसे अनेक जुगाड़ बनाते रहते है भारत में रहने वाले लोग बात की जाए भारत के जुगाड़ों की तो भारत के जुगाड़ का कोई तोड़ नहीं है आये दिन बड़े बड़े अविसकरो से लेकर हर तरह के जुगाड़ करने में आगे है यह भारत देश भारत का नाम तो जुगाड़ के मामले में बाहरी देसो में भी चलता है और भारत के जुगाड़ आये दिन इंटरनेट पर बेहद वायरल होते नजर आते है और इस वजह से हमारे भारतीय जुगाड़ों की काफी चर्चा होती है और सभी लोगो तक हमारे जुगाड़ पहुंचते है
Desi jugaad : गरीब घर के लाल ने पुरानी मोटरसाइकिल और कबाड़ स्कूटर के पार्ट्स के जुगाड़ से बना डाला मिनी ट्रैक्टर , देखे ये अनोखा अविष्कार
Desi jugaad : गरीब घर के लाल ने पुरानी मोटरसाइकिल और कबाड़ स्कूटर के पार्ट्स के जुगाड़ से बना डाला मिनी ट्रैक्टर , देखे ये अनोखा अविष्कार कबाड़ की जुगाड़ से हाथ के सहारे चलने वाले इस मिनी ट्रैक्टर का निर्माण करने वाले देव मंजन बैठा के खेत पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर पोटका में हैं। गरीब घर के लाल ने पुरानी मोटरसाइकिल और कबाड़ स्कूटर के पार्ट्स के जुगाड़ से बना डाला मिनी ट्रैक्टर , देखे ये अनोखा अविष्कार भारत देस की बात की जाए तो यह एक से बढ़ कर एक जुगाड़ बनाने में माहिर है और कई ऐसे अनेक जुगाड़ बनाते रहते है भारत में रहने वाले लोग बात की जाए भारत के जुगाड़ों की तो भारत के जुगाड़ का कोई तोड़ नहीं है आये दिन बड़े बड़े अविसकरो से लेकर हर तरह के जुगाड़ करने में आगे है यह भारत देश भारत का नाम तो जुगाड़ के मामले में बाहरी देसो में भी चलता है और भारत के जुगाड़ आये दिन इंटरनेट पर बेहद वायरल होते नजर आते है और इस वजह से हमारे भारतीय जुगाड़ों की काफी चर्चा होती है और सभी लोगो तक हमारे जुगाड़ पहुंचते है
कैसे बनाया ये देसी जुगाड़
बात की जाए इस जुगाड़ को बनाने की तो इसे देव मंजन ने इस मिन ट्रैक्टर को बनाने में काफी मेहनत करी तब जा कर उसे सफलता हासिल हुई उसने इसे बनाने के लिए काफी लगन और मेहनत से काम किया बात की जाए इसे कैसे बनाया तो हम आपको बता दे की देव ने इसका निर्माण पुरानी मोटरसाइकिल, पानी के पंप और स्कूटर के पार्ट्स को जोड़कर किया है।
पिछले 9 सालों से इस मिनी ट्रैक्टर के जरिये कर रहे है खेती-किसानी
जानकारी के मुताबिक़ आपको बता दे की देव पिछले 9 सालों से इस मिनी ट्रैक्टर के जरिये कर रहे है खेती-किसानी वे पिछले 9 सालों से इस मिनी ट्रैक्टर के जरिये खेती-किसानी कर रहे हैं।
सिर्फ 10 वीं पास लड़के ने किया ये अविष्कार
बात की जाए इनके एजुकेशन की तो ये सिर्फ 10वीं पास हैं। घर की आर्थिक स्थिति खराब होने से वे आगे नहीं पढ़ पाए, तो खेती-किसानी करने लगे। इस मिनी ट्रैक्टर के निर्माण पर मुश्किल से 5000 रुपये खर्च हुए हैं। इससे लागत सीधे 5 गुना कम यानी 70-80 रुपए पर आ गई।