खेती का बिजनेस लाभ का धंधा है। जिसे साबित कर दिखाया है कि मध्यप्रदेश के रीवा जिला अंतर्गत विकासखण्ड रायपुर कर्चुलियान निवासी चन्द्रमणि कुशवाहा ने। चन्द्रमणि कुशवाहा परम्परागत खेती को छोड़कर नकदी फसल की खेती करते हैं। जिससे वह साल में करीब 4 लाख से ज्यादा की कमाई करते हैं।

हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान चन्द्रमणि कुशवाहा ने बताया कि वह उद्यानिकी विभाग की सलाह पर अच्छी किस्म की सब्जी का उत्पादन करते है। जिससे वह साल में तगड़ी कमाई कर लेते हैं। चन्द्रमणि वर्तमान समय में टमाटर सहित अन्य सब्जियों की खेती कर रहे हैं। टमाटर की उन्होंने 60 ढिसमिल जमीन पर खेती की हुई है। जिससे वर्तमान समय में वह डेली 10 क्लिवंट का उत्पादन ले रहे हैं। चन्द्रमणि बताते है कि उनका टमाटर 15 से 20 रूपए प्रति किलो बिक जाता है। जिससे वह डेली के 15 हजार रूपए प्रॉफिट प्राप्त कर रहे हैं।
15 वर्षो से कर रहे सब्जी का उत्पादन
चन्द्रमणि कुशवाहा बताते है कि वह पिछले 15 वर्षो से सब्जी उत्पादन के कार्य में लगे हुए हैं। सब्जियों में वह गोभी, टमाटर, मूली, पालक, बंद गोभी आदि की खेती करते हैं। जिससे वह तगड़ा मुनाफा दर्ज करते हैं। सब्जियों से अच्छा उत्पादन करने के लिए वह हाईब्रीड की सब्जियां उगाते हैं। श्री कुशवाहा बताते है कि सब्जी एक ऐसा उत्पादन है। जिसकी हर घर में जरूरत है। लिहाजा अपने उत्पादन को उन्हें सेल करने में भी दिक्कत नहीं होती है।

दो एकड़ में कर रहे प्याज की खेती
टमाटर के अलावा चन्द्रमणि प्याज की खेती दो एकड़ में किए हुए हैं। वह बताते है कि गर्मी के मौसम में प्याज की फसल उन्हें प्राप्त हो जाएगी। प्याज के व्यापारी उनके खेत पर पहुंचकर वहीं से प्याज ले जाते है और भुगतान उन्हें दे जाते हैं। चन्द्रमणि बताते है कि परम्परागत खेती से हटकर अगर नकदी फसल की खेती की जाए तो किसान इससे अच्छा लाभ कमा सकते हैं। वह बताते है कि नकदी फसल की देखरेख थोड़ी ज्यादा करनी पड़ती हैं। इसमें अन्य फसल की अपेक्षा लागत भी थोड़ी ज्यादा आती है। लेकिन इसमें प्रॉफिट भी अच्छा मिलता है।