ED Case : ईडी केस ने अब एक नया मोड़ ले लिया है, इसी बीच संजय राउत का ट्वीट सामने आया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है, और कहा कि मेरा किसी भी घोटाले से कोई लेना देना नही है, और यह मैं शिवसेना के प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की सपथ लेकर कह रहा हूं मैं किसी भी मामले में आरोपी नहीं हूं।
बालासाहबे ने हमें लड़ना सिखाया है और में अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा। और उन्होंने यह भी कहा है की ये करवाई झूठी है, कहा सब झूठे सबूत है मैं मर जाऊंगा मगर समर्पण नहीं करूंगा। आपकी जानकारी चलिए बता दे कि 31 जुलाई की सुबह ही संजय राउत के घर ईडी की टीम पहुंची और उन के ऊपर जांच में संयोग न देने और प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 1000 करोड़ से भी कई ज्यादा के चोल जमीन घोटाले के मामले में पूछताछ कर रही है।
यह टीम करीब 4 घंटे से शिवसेना के नेता संजय राउत के घर पर है। हालांकि उन्हें 27 जुलाई को ईडी ने बुलाया था मगर वह अधिकारियों के सामने पेश नही हुए । इसके बाद 31जुलाई 2022 को ईडी के अधिकारी उनके घर पहुंचे। मगर उनके ऊपर अब यह आरोप भी है की वह ईडी की टीम का सहयोग नही कर रहे है। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है की ईडी की टीम उन्हे हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर सकती है।
आप ऊस व्यक्ती को नहीं हरा सकते..
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) July 31, 2022
जो कभी हार नहीं मानता!
झुकेंगे नही!
जय महाराष्ट्र pic.twitter.com/lp7VXzqtmj
आखिरकार ईडी क्या है?
इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) यानी प्रवर्तन निदेशालय एक कानून एजेंसी और साथ ही आर्थिक खुफिया एजेंसी के तहत आता है. जो की भारत में आर्थिक कानूनों को लागू कराने और आर्थिक अपराधो को रोकने के लिय बनाया गया है। यह हमारे भारतीय राजस्व सेवा , भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के पदोन्नत अधिकारियों से बना है। यह राजस्व विभाग, वित्त मंत्रालय और भारत सरकार का हिस्सा है। इस विभाग की कुल जनसंख्या 2000 से कम अधिकारियों की बनी हुई है और जिनमे से करीब 70% अधिकारी किसी अन्य संगठनों के प्रतिनियुक्त से आए है। जबकि ईडी के अपने कैडर भी मोजूद है।
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