मध्य प्रदेश के बैतूल में गुरुवार की देर रात तिलक समारोह में शामिल हुए लोगों ने कि खाना खाने के बाद तबीयत बिगड़ गई । इन सभी को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया । इस मामले में 272 लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए । जिनमे इलाज के बाद अधिकांश लोगों की तबियत सुधरने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई । कुछ लोगो का इलाज जारी है ।
मामला बैतूल के बोरदेही थाना क्षेत्र का है जहां पिंडरई गांव में धारा सिंह रघुवंशी नामक व्यक्ति की बेटी का तिलक समारोह था । इस कार्यक्रम में लड़की और लड़के पक्ष की तरफ से लगभग 600 लोग शामिल हुए थे । बताया जा रहा है कि 400 लोगों ने खाना खाया था और खाना खाने के आधे घंटे बाद उन्हें उल्टी और पेट दर्द की शिकायत हुई थी । खाने में रखी गई रबड़ी खाने से लोगो की तबियत बिगड़ी है ।
बीमार लोगो को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुलताई लाया गया । सरकारी अस्पताल में जगह कम पड़ने के कारण प्रशासन ने दो निजी अस्पतालों की मदद ली और कुछ मरीजों को वहां भर्ती कराया गया। इलाज के लिए जिले के अन्य स्थानों से भी डॉक्टर बुलाये गए । फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए लोगों में दुल्हन के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
मामले की जानकारी मिलने पर बैतूल कलेक्टर अमनबीर सिंह बैस भी मुलताई पहुंचे और उन्होंने मरीजों से चर्चा की और डॉक्टरों को बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए । अमनबीर सिंह बैंस का कहना है कि तिलक समारोह में खाना मैं कोई मिठाई खाने से लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं । फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और कई लोगों की तबीयत ठीक होने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई है । कुछ लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है । 3 लोगों को हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल बैतूल भी रेफर किया गया है।
पुलिस और फ़ूड की टीम ने रात में ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गई थी । खाने के सैंपल लिए हैं जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा । रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि खाने में क्या गड़बड़ी थी जिसके कारण लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए ।
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