Business Idea : दुनियाभर में लगभग हजारों प्रजातियां पौधों की पाई जाती है। लेकिन आज हम कुछ ऐसे ही पौधों के बारे में आपको बताएंगे। जिनका व्यापार करके यह शख्स साल के 40 लाख रूपए तक की कमाई कर रहा हैं। यह शख्स कोई और नहीं बल्कि 52 वर्षीय सौमिक दास है। सौमिक दास को पहली बार 1990 के दौर में दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक बागवानी उत्सव में बोन्साई पौधों का दीदार किए थे। पहली बार ये पौधे देख वह उन्हें छुए बिना नहीं रह सके। लेकिन इस दौरान एक बुजुर्ग माली ने उच्च कीमत बताते हुए इन पौधों को छूने से उन्हें रोक दिया।

ऐसे में सौमिक घर आए और मन ही मन उस पौधे के बारे में सोचते रहे। इतना महंगा पौधा कौन घर लाएगा। लेकिन इसी पौधे को उन्होंने कुछ समय में अपनी कमाई का जरिया बना लिया। एक लम्बे समय तक विचार करने के बाद सौमिक दास अब वैशाली स्थित बारकोड निर्माण फर्म के मालिक हैं, जहां वह बोन्साई और पेनजिंग पौधों का एक छोटा बिजनेस चलाते हैं। जहां वह नोएडा नर्सरी, ग्रो ग्रीन बोन्साई में एक हजार से अधिक पौधों की देखभाल करते हैं। सौमिक दास ये पौधे इसलिए उगाते हैं, क्योंकि इनकी ओर वह शुरूआत में आकर्षित हुए थे। दास बताते है कि यदि आप इनकी सही देखभाल करते हैं, तो वे 400 साल तक जीवित रह सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों तक ट्रांसफर हो सकते हैं।
कभी दास के दोस्तों और रिश्तेदारों ने कहा कि यह बेकार बिजनेस है। जिनसे 2018 के अंत में एक बिजनेस शुरू करने को कहा। मगर ग्रो ग्रीन बोन्साई अगले वर्ष तक चलता रहा। सौमिक को मिली इन पौधो में कामयाबी के बाद वे अब रसदार फल, कैक्टस और अन्य विदेशी पौधों की खेती बिक्री भी करते हैं, लेकिन उनके लिए एकमात्र लक्ष्य पौधों के शौकीनों के बीच बोन्साई के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
40 हजार कमाई
मीडिया रिपोर्ट की माने तो बोंसाई नर्सरी पूरे एनसीआर में कब्जा जमाए हुए हैं। जो कॉर्पोरेट कर्मियों को अपने प्रियजनों को घर की सजावट के लिए यह उपहार देने की ओर प्रोत्साहित करती है। इसके एक गुलदस्ते की कीमत 1500 रूपए है। जिनसे दास सालाना 40 लाख रूपए कमाते हैं।