Barsati Onion Farming : प्याज ऐसी सब्जी है जिसकी सालभर खूब डिमाण्ड बनी रहती हैं। ऐसे में यदि इसकी खेती की जाए तो तगड़ा मुनाफा बनाया जा सकता हैं। प्याज की खेती ज्यादातर दो मौसम में की जाती हैं। लेकिन सबसे ज्यादा प्याज की खेती ठण्ड के मौसम में किसान भाई करते आए हैं। बरसाती प्याज की खेती (Barsati Onion Farming) देश के कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर की जाती हैं। लेकिन जानकारी के अभाव अभी ज्यादातर ऐसे किसान हैं जो बरसात में मौसम में प्याज की खेती करना पसंद नहीं हैं। कारण यह कि इस मौसम की जाने वाली प्याज की खेती देखरेख सबसे ज्यादा होती हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि बरसात में मौसम में उगाई जाने वाली प्याज की जितनी देखरेख करनी पड़ती हैं उतना ही तगड़ा इससे मुनाफा भी मिलता हैं।

कब की जाती है बरसाती प्याज की खेती
कृषि से जुड़े जानकार बताते है कि बरसाती प्याज की खेती (Barsati Onion Farming) करने के लिए गर्मी के मौसम में ही खेतों की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। यानी कि मई महीने ही खेतों की गहरी जुताई हो जानी चाहिए। जून माह में बरसाती प्याज की नर्सरी तैयार कर लेनी चाहिए। ताकि जुलाई माह के अंत तक प्याज की रोपाई खेतों की जा सके।

प्याज की नर्सरी डालते समय इन चीजों का रखें ध्यान
बरसात के मौसम में प्याज की नर्सरी तैयार करने के लिए कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। क्योंकि यह बरसात का मौसम होता है। इसलिए जल भराव की स्थिति में यह नर्सरी नष्ट न हो इसके लिए क्यारी 3 मीटर लम्बी व 1 मीटर चौड़ी रखें। क्यारी जमीन सतह से उंची होनी चाहिए। साथ ही उक्त स्थान में जल भराव न हो।
कितनी बीज की होती है जरूरत
यदि आप बरसाती प्याज की खेती (Barsati Onion Farming) करने की सोच रहे हैं तो आपको एक हेक्टेयर में कम से 8 से 10 किलोग्राम बीजों की जरूरत पड़ेगी। उक्त बीजों को कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेकर अच्छी तरह से उपचारित करना चाहिए। ताकि प्याज अच्छी कंडीशन में तैयार हो। यदि विधिपूर्वक प्याज की नर्सरी डालते हैं तो 40 से 45 दिनों में प्याज रोपाई के लिए तैयार हो जाती है।

खेतों की ऐसे करें तैयार
कृषि से जुड़े जानकार बताते हैं कि बरसात के मौसम में प्याज की रोपाई के लिए खेतों को अच्छी तरह से तैयार करना चाहिए। उस खेत में प्याज की रोपाई करनी चाहिए जहां जल भराव की स्थिति निर्मित न होती हो। यदि खेत में जल भराव होता है तो प्याज की फसल नष्ट होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता हैं। प्याज की रोपाई से पहले खेत की अच्छी जुताई, उसमें अच्छी मात्रा में गोबर की खाद, यूरिया सहित कई अन्य खादों का उपयोग करने से अच्छा उत्पादन मिलता है।

ऐसे मिलेगा मुनाफा
बरसाती प्याज का उत्पादन (Barsati Onion Farming) अक्टूबर माह में पूरी तरह से तैयार हो जाता हैं। जानकार बताते हैं कि इस मौसम प्याज के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद रहती हैं। मान लीजिए यदि आप एक हेक्टेयर में बरसाती प्याज की खेती करते हैं तो उसमें आपको 2 से ढाई लाख रूपए की लागत आती हैं। एक हेक्टेयर से आपको 300 क्विंटल तक प्याज का उत्पादन मिल जाता है। यही प्याज यदि 40 रूपए प्रति किलो अक्टूबर माह में सेल होती हैं तो 300 क्विंटल में आपको सीधे 12 लाख रूपए मिलेंगे। यदि दो से ढाई क्विंटल खर्च निकाल दें तो सीधे आपको 9 लाख रूपए का प्रॉफिट होगा। जानकार तो यह भी बताते हैं कि यदि प्याज को एक व दो महीनों तक होल्ड करके रख लिया जाए तो जनवरी महीने तक यही प्याज के और ज्यादा दाम मिलने की उम्मीद रहती है।
नोट- बरसाती प्याज की खेती से जुड़ी यह जानकारी विभिन्न मीडिया स्त्रोतों से जुटाकर आप तक पहुंचाई जा रही है। इसलिए किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले कृषि विशेषज्ञ से सलाह अवश्यक लें।
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