Agriculture Business Ideas : यदि आप अभी तक परम्परागत खेती करते आए हैं। इस खेती से तगड़ी कमाई नहीं कर पा रहे हैं तो लीक से हटकर खेती करने की जरूरत है। खेती ऐसी हो, जिसे सालभर में एक बार किया जाए और मुनाफा सालों साल तक मिले। आज ऐसी ही एक खेती के बारे में हम आपको बताएंगे। जिसकी बोनी बरसात के मौसम की जाती है। यह खेती महज 4 महीनों में अपनी फसल देती है। जिसे आप सालभर सेल करके मुनाफा बना सकते हैं। इसकी खेती के लिए सरकार की तरफ से भी मदद की जाती। देश की मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार इस फसल की खेती को बढ़ावा देने के लिए अनुदान भी मुहैया कराती है।

क्या है खेती
बरसात के मौसम में वैसे तो कई परम्परागत फसलों की खेती की जाती है। लेकिन जिस खेती की हम बात कर रहे हैं, उसे विरले लोग ही करते हैं। हालांकि गांव के तालाबों व जल भराव वाले खेतों में इस फसल की खेती इक्का-दुक्का लोग करते हैं। यह खेती है सिंघाड़े की। सिंघाड़े की बुवाई बरसात के मौसम में की जाती है। जो 4 महीने में फसल दे देती हैं। सिघाड़ा पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। जिसकी कई प्रकार से बिक्री की जाती है। सिघाड़े को सूखाकर सालभर बिक्री की जा सकती है। सिंघाड़े की सालभर खूब डिमाण्ड रहती है। व्रत आदि में इसका उपयोग भारी मात्रा में किया जाता है।
खेतों में भी उगाया जा सकता है सिंघाड़ा
सिंघाड़े की खेती के लिए जरूरी नहीं है कि तालाब ही हो। यह जल भराव वाले किसी स्थान में उगाया जा सकता है। सिंघाड़े की बुवाई जून महीने की जाती है। जो नवम्बर से दिसम्बर के बीच में पूरी तरह से फसल दे देता। सिंघाड़े का उपयोग कई प्रकार से किया जाता है। सिंघाड़े को सूखकर साल मुनाफा लिया जा सकता है। सिंघाड़े की खेती के लिए 60 से 120 सेमी जल भराव की जरूरत होती है।

सरकार देती है अनुदान
मीडिया रिपोर्ट की माने तो सिंघाड़े की खेती करने के लिए सरकार अनुदान देने की घोषणा की है। ऐसे में यदि आप मप्र के निवासी हैं तो सरकार की मदद से इसकी खेती कर सकते हैं। सिंघाड़े की खेती किसानों के लिए अच्छा विकल्प है। यह एक नकदी फसल है। जो सालभर अच्छा मुनाफा देती है।