रीवा। सूर्य देव का प्रचंड तेवर 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक रहेगा। साल में 9 दिन तक चलने वाले इस सूर्य देव के इस तीखे तेवर को नौपता कहा जाता है। नौतपा में तेज धूप और गर्मी के पीछे की मान्यता है कि अगर 9 दिन अच्छे से तपा तो मानसून सत्र में बारिष अच्छी होती है साथ ही अगर इन्हीं 9 दिनों में मौसम बदलता है, बारिष होती है तो मानसून में बारिष की संभावना कम हो जाती है।
नौतपा में सूर्य देव धरती के पास आ जाते है जिससे धरती का ताप बढ़ जाता है और 9 दिनों तक खूब गर्मी पड़ती है। ज्योतिशविद्ों की माने तो सूर्य तेज और प्रताप का प्रतीक है जबकि चन्द्रमा षीतलता के लिए जाने जाते हैं। रोहिणी नक्षत्र मुख्य रूप से चन्द्रमा का ग्रह है। लेकिन जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेष करते है। त्ज्ञे वह इस नक्षत्र को पूर्ण रूप से अपने प्रभाव में ले लेते हैं जिससे इस नक्षत्र का ताप बढ़ जाता है जिससे आंधी, तूफान और बारिष की संभावनाए बढ़ जाती है।
22 जून से देश में मानसून दे सकता है दस्तक
ज्योतिरविद्ों की माने तो इस साल देष में मानसून 22 जून को दस्तक दे सकता है। पंडित सुरेष षुक्ल बताते हैं कि जब सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेष करता है इस दिन से मानसून की षुरूआत होती है। इस साल 22 जून को 5.17 पर सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेष कर रहे हैं। जिससे देष में मानसून सक्रिय होने के साथ ही बारिष की षुरूआत हो सकती है। साथ ही इस साल असमान्य वर्शा का भी योग बन रहा है। इसके पीछे का कारण यह है कि धनिश्ठा नक्षत्र और विश कुंभ योग का संयोग प्रमुख कारण माना जा रहा है।
55 दिनों तक बारिश के अच्छे संकेत
इस साल 55 दिनों तक बारिष के अच्छे संकेत ज्योतिरविद्ों द्वारा बताए जा रहे हैं। ज्योतिरविदों की माने तो यह नौतपा तेज नक्षत्रों के कारण जमकर तपने वाला है। नौपता की षुरूआत श्रवण नक्षत्र से हुई है और यह नक्ष़त्र उर्जा प्रधान होता है जिससे गर्मी अच्छी पड़ती है और जब नौपता में अच्छी गर्मी पड़ती है उस साल अच्छी बारिष होती है। ज्योतिरविद् बताते हैं कि इस नौपता में श्रवण, कृतिका, भरणी, धनिश्ठा, षतिभशा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, रेवती, अष्वनी नक्षत्रों के कारण अच्छी गर्मी पड़ेगी। जिससे बारिष के योग बन रहे हैं।