साल 1950 से लेकर 1970 तक बालीवुड की टाॅप एक्ट्रेस को असल जिंदगी में एक बार नहीं बल्कि एक ही इंसान से तीन बार शादी करनी पड़ी थी। जब इसके पीछे की वजह लोगों के सामने आई तो सभी हैरान रह गए। हम आपको बताते चले कि माला सिन्हा बालीवुड में एक नहीं बल्कि कई हिट फिल्में दी हैं। जिनमें प्रमुख रूप से प्यासा, बहुरानी, अनपढ़, गुमराह, दिल तेरा दीवाना जैसी कई फिल्में शामिल हैं।
उन्होंने हिन्दी के अलावा बंगाली एवं नेपाली फिल्मों में काम किया था। माला ने अपने कैरियर की शुरूआत महज 16 साल की उम्र में आॅल इंडिया रेडियो कोलकत्ता से की थी। वह वहां गाना गाया करती थी। बालीवुड में जब उनका काम बोलने लगा तो उन्होंने 16 मार्च साल 1968 में नेपाली एक्टर चिदंबर प्रसाद लोहानी से शादी की। लेकिन माला सिंह को चिदंबर से शादी एक बार नहीं बल्कि तीन बार करनी पड़ी।
दरअसल हुआ यूं कि माला की पहली शादी सिविल मैरिज एक्ट के तहत हुई। दूसरी शादी माला के पिता के इच्छानुसार हुई। माला के पिता चाहते थे वह अपनी बेटी की शादी चर्च में हो, लिहाजा उन्होंने क्रिश्चन रीति-रिवाज के तहत शादी की। इसके बाद वह चिदंबर के फैमिली के लिए हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार शादी की। चिदंबर के फैमिली का मानना था कि जब कि लड़की सात फेरे नहीं लेगी तब तक वह घर में प्रवेश कर सकती हैं। तब माला सिन्हा ने हिन्दू रीति-रिवाज के साथ तीसरी शादी की।
इस तरह माला सिंह को एक ही इंसान से तीन बार शादी करनी पड़ी थी। आपको बताते चले कि माला सिंह शादी के बाद भी फिल्मों में एक्टिव रही। माला ने शादी के बाद भी कई फिल्मों में काम किया हैं। माला और चिंदबर की मुलाकात नेपाल में एक फिल्म के दौरान साल 1966 में हुई थी। दो साल तक चली जान-पहचान के बाद दोनों एक होने की ठानी। चिदंबर नेपाल में बिजनेस का कारोबार करते थे। जबकि माला फिल्मों के सिलसिले में मुम्बई आती जाती रहती थी।