These films have crossed the limits of obscenity, the censor board banned YouTube and created a blast : बालीवुड में हर साल लगभग सैकड़ों फिल्में तैयार की जाती हैं। फिल्में तो तैयार हो जाती हैं, लेकिन जब तक इन फिल्मों को हरी झण्डी सेंसर बोर्ड द्वारा नहीं दिया जाता है तब तक मेकर्स की मानों जान ही लटकी रहती हैं। मेकर्स का मेहनत और रूपया दोनों फंसा हुआ होता है।
कर्स द्वारा फिल्मों में कभी कभार इतना बोल्ड कंटेंट डाल दिया जाता है जिसे सेंसर बोर्ड को न चाहते हुए भी इन फिल्मों को बैन करना पड़ता हैं। तो चलिए आज हम बालीवुड की उन फिल्मों के बारे में जानते हैं जिन्हें सेंसर बोर्ड ने बैन कर दिया, जिसे मेकर्स द्वारा इन फिल्मों को बाद में यूट्यूब पर पब्लिस किया और इन फिल्मों ने खूब धमाल मचाया।
पांच
यह फिल्म अनुराग कश्यप के निर्देशन में तैयार की गई थी। इस फिल्म को 21 सितम्बर 2003 को रिलीज किया जाना था। लेकिन जब यह फिल्म सेंसर बोर्ड में पहुंची तो फिल्म को समाज के लिए खतरा करार देते हुए इसकी रिलीज पर रोक लगा दिया गया। फिल्म में केके मेनन, आदित्य श्रीवास्तव, तेजस्वनी कोल्हापुरी, विजय मौर्या आदि कलाकार शामिल थे। बाद इस फिल्म को सोशल प्लेटफार्म यूट्यूब पर पब्लिश किया गया। फिल्म की कहानी क्राइम एवं एडल्ट पर आधारित थी।
कामसूत्र 3डी
यह फिल्म 2013 में रिलीज की जानी थी। लेकिन जब यह सेंसर बोर्ड के पास रिलीज के लिए पहुंची तो इसे पूरी तरह से बैन कर दिया गया। यह फिल्म में कामुल एवं काफी उत्तेजित करने वाले सीन थे। यह फिल्म रूपेश पाॅल के निर्देशन में तैयार की गई थी। बाद में यह फिल्म यूट्यूब तक ही सिमटकर रह गई।
अनफ्रीडम
सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को भी पूरी तरह से बैन कर दिया था। यह फिल्म दो लड़कियों के बीच समलैगितकता पर आधारित थी। इस फिल्म में काफी बोल्ड एवं अनैतिक दृश्य थे। जिसे फैमिली के साथ नहीं देखा जा सकता था। लिहाजा यह फिल्म भी यूट्यूब ही सिमटकर रह गई। फिल्म को निर्देशित राज अमित कुमार ने किया था। यह फिल्म 2014 में रिलीज की जानी थी।
उर्फ प्रोफेसर
इस फिल्म को भी सेंसर बोर्ड ने रिलीज होने पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। इस फिल्म में वल्गर कंटेंट व खराब डायलाॅग निर्देशकों द्वारा काफी ठूसें गए थे। जब इसे बोर्ड के सदस्यों ने देखा तो समाजहित से परे इस फिल्म को पाया। लिहाजा यह फिल्म भी यूट्यूब में ही पब्लिश हो सकी। फिल्म में मनोज पवाहा, शरमन जोशी, अंतरा माली ने काम किया था। इस फिल्म को 2001 में रिलीज किया जाना था।
फायर
इस फिल्म को भी सेंसर बोर्ड ने पूरी तरह से बैन कर दिया था। कारण यह कि इस फिल्म में भी दो महिलाओं के समलैगिक रिश्तों को दिखाया गया था। जिस पर काफी बवाल हुआ था। फिल्म का निर्देशन दीपा मेहता द्वारा किया गया था।
वैसे तो सेंसर बोर्ड द्वारा ऐसी कई फिल्मों अब तक बैन किया जा चुका हैं, लेकिन ये कुछ चुनिंदा फिल्में थी जिसे बोर्ड द्वारा विशेषतौर पर बैन किया गया था।
दोस्तों आपको क्या लगता है कि आजकल जो फिल्में रिलीज की जाती है क्या वह फैमिली के साथ देखने लायक हैं। अगर नहीं तो आखिर बोर्ड द्वारा क्यों इन्हें बैन नहीं किया जाता हैं शेयर करें अपनी राय कमेंट सेक्शन में साथ ही हमें फालो जरूर करें।